जमशेदपुर : जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र के गुरुद्वारा रोड में रविवार की रात हुई संतोष सिंह की हत्या पशुपतिनाथ दीक्षित उर्फ डब्बू दीक्षित की हत्या का बदला लेने के लिए की गयी है. उसके बेटे रोहित दीक्षित सहित अन्य का नाम इस कांड में आया है. 12 सितंबर 2014 की सुबह करीब 10.30 बजे तीन बाइक से आए सात अपराधियों ने गोली मारकर डब्बू दीक्षित की हत्या कर दी थी.
बदमाशों ने उन्हें घर के पास पांच गोली मारकर फरार हो गए थे. परिजनों ने टेंपो से उन्हें टीएमएच पहुंचाया था, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था.
इस मामले में तत्कालीन कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष जीतेंद्र सिंह समेत पांच को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसमें जीतेन्द्र सिंह और उसके भाई संतोष सिंह को जेल भेजा गया था. हत्या में प्राथमिकी मृतक की पत्नी डॉली देवी के बयान पर दर्ज की गई थी, जिसमें जीतेंद्र सिंह, उनके दोनों भाई और दो अज्ञात को आरोपी बनाया गया था.
इसका बदला स्वरूप ही यह हत्या की गई है ऐसा पुलिस का मानना है. बताया जाता है कि संतोष सिंह अपनी भतीजी की शादी की तैयारी में लगा हुआ था. इसी बीच अचानक से अपराधियों ने उनको घेर लिया और फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद वापस कहीं एक मकान में छुपाने के लिए घुस गया लेकिन अपराधी घर में घुसकर गोली मार दी जिससे उनकी मौत हो गई.